Saturday, July 16, 2016

Hindi tips for Dengue fever – डेंगू बुखार को नियंत्रित करने के लिए कुछ निवारण और लक्षण


डेंगू एक गंभीर बुखार है। लोगो को अगर एक बार डेंगू का बुखार हो जाता है ,तो जीवन बदतर बना देता है इसलिए बुखार के बारे में आपको सावधान और सतर्क रहना होगा। लोगो को इसके बारे में बताने के लिए उनके घरो की ओंर दौड़े और उन्हें इसके बारे में सूचित करे। हो सकता है पुरे परिवार को डेंगू के बारे में नही पता हो इसलिए मन में बुखार का डर न हो भगवान का शुक्र है यह उनके पास नही पहुंचे। डेंगू बुखार के उपचार, डेंगू एक बीमारी का नाम है, जिसे डेंगू बुखार के नाम से जाना जाता है।

डेंगू के लक्षण और उपचार डेंगू तब हमला करता है (The cause for dengue)

  • जब कुछ लोग अचानक तेज बुखार से पीड़ित होते है।
  • कुछ भारी सिरदर्द से पीड़ित हो।
  • कुछ आँखों के पीछे दर्द से पीड़ित हो।
  • कुछ जोड़ो में भारी दर्द या मांसपेशियों में दर्द से पीड़ित हो।
  • कुछ मतली से ग्रस्त हो।
  • कुछ उल्टी से पीड़ित हो।
  • कुछ चार पांच दिन से त्वचा पर लाल फुंसी से पीड़ित हो।
  • कुछ नाक से खून बहने से पीड़ित हो।

डेंगू का बुखार काफी दर्दनाक और असहनीय है। डेंगू का आयुर्वेदिक इलाज, डेंगू निकट से संबंधित डेंगू वायरस के कारण होता है। डेंगू की बीमारी डेंगू वायरस से संक्रमित एक मच्छर के काटने से फैलती है। जब यह मच्छर व्यक्ति को काटता है, उनके खून में डेंगू वायरस का संक्रमण हो जाता है डेंगू का बुखार सीधे ही आपके शरीर में प्रवेश नही करता है बल्कि धीरे धीरे फैलता है।

डेंगू ने दुनिया में उष्ण प्रदेशीय क्षेत्रो में हमला किया है जैस

  • भारतीय उप दक्षिणी महाद्वीप।
  • दक्षिण- पूर्व एशिया।
  • चीन महाद्वीप।
  • प्रशांतीय द्वीप।
  • कैरेबियन द्वीप समूह।
  • दक्षिणी अमेरिका।

इन उष्ण प्रदेशीय क्षेत्रो में डेंगू एक आम बुखार हो गया है जो भारत में भी आ गया है जो 4-6 दिनों से इस पीड़ा से पीड़ित है। लोगो को इसके बारे में पता करना चाहिए। जिन्हें लगता था की यह एक सामान्य बुखार है। जब असहनीय दर्द शुरू हो जाये तो मरीज़ को डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। दुनिया में हर साल 100 मिलियन से ज्यादा लोग डेंगू के रोग से प्रभावित हो रहे है। भारत में लगभग हर परिवार में मच्छर के काटने से लोग डेंगू के बुखार से ग्रस्त है यह गंभीर समस्याओ का कारण बनता है जैसे
  • डेंगू रक्तस्त्रावी बुखार।
  • लसिका और रक्त वाहिकाओ को डेंगू।
  • जिगर की वृद्धि।
  • गोलाकार तंत्र की विफलता।
  • मसुडो से खून बहना।

भारी खून के लक्षण होना गभीर हो सकता है जो आपके सदमे और मौत का कारण बन सकता है। इस हालत को डेंगू शॉक सिंड्रोम कहा जाता है। इस बीमारी के लिए कोई दवाई नही है। डेंगू बुखार के लक्षण, आमतोर पर इस दर्द के लिए कुछ तरल पदार्थो को लेने की और पूरी तरह से आराम करने की सलाह दी जाती है। डेंगू से बचाव के उपाय, डॉक्टरों ने इस एस्परिन के साथ अन्य कोई दवाई का उपयोग नहीं करने की सलाह दी है क्योंकि इससे अधिक खून बहने का डर होता है। ये लक्षण होने के 24 घंटे के अन्दर आपको इसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

रोकथाम सिर्फ हमारे हाथों में है (Prevention of dengue)

  • डेंगू का इलाज, उष्ण प्रदेशीय क्षेत्रो में यात्रा नही करे और भारी आबादी वाले क्षेत्रो में ना रहे।
  • डेंगू के घरेलू उपचार, मच्छरों के काटने से खुद को बचाने की कोशिश करे उन्हें भागने के उपाय करे।
  • डेंगू का इलाज, आपके परिवार के सदस्यों में से किसी एक को अगर डेंगू बुखार हो जाता है, तो सावधानी बरते।
  • घरो में दरवाजो और खिडकियों पर सफाई रखे।
  • डेंगू बुखार, घर में मच्छरों को काटने से बचने के लिए विशेष उपाय करना चाहिए वरना एक ही मच्छर आपको नुकसान पहुँचा सकता है।
  • डेंगू से बचाव, डेंगू के बुखार के लिए कोई टीका नही है सुरक्षा से ही इससे बचा जा सकता है और निश्चित रूप से अच्छे परिणाम मिल सकते है।

डेंगू का उपचार (The treatment for dengue)

अभी तक डेंगू का बुखार ठीक करने की कोई खास दवाई तैयार नहीं हो पाई है। एक वायरस (virus) की वजह से होने के कारण सामान्य दवाइयां इस रोग पर कार्य नहीं कर पाती। आमतौर पर इस बीमारी के लक्षणों का उपचार डॉक्टर के द्वारा सुझाई गई दवाइयों से ही किया जाता है और मरीजों को शरीर में पानी की कमी होने से बचाने के लिए काफी मात्रा में द्रव्यों का सेवन करने को भी कहा जाता है। डेंगू के मरीजों को इस बीमारी के दौरान पूरी तरह आराम करने की सलाह भी दी जाती है। अगर इस बीमारी का तुरंत इलाज ना किया गया तो 2 से 3 दिन के अंदर स्थिति काफी गम्भीर हो जाती है। अगर स्थिति काफी चिंताजनक हो जाए तो किसी डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें, जिससे आपको इस विकट परिस्थिति में उचित चिकित्सा प्राप्त हो सके।
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इस समय डेंगू के 6 टीके बनने की अवस्था में हैंपर इनमें से किसी ने भी पूर्ण विकसित होने का चरण स्पर्श नहीं किया है। जो टीका इस समय जनता के लिए उपलब्ध होने के सबसे नज़दीक है, वह है 3 स्टेज टीका (3stage vaccine), जो कि खासतौर पर बच्चों के लिए तैयार किया गया है। इसने तैयारी का तीसरा चरण पूरा कर लिया है और उपयोग  करने के लिए सबसे सुरक्षित प्रतीत हो रहा है। लेकिन इस टीके के द्वारा करीब 50% से कुछ ज़्यादा बीमारियों का ही इलाज हो पाया है।

डेंगू के बचाव उपाय (Prevention of dengue)

अब तक डेंगू से लड़ने का सबसे उपाय इससे बचाव के तरीके ढूंढना ही साबित हो पाया है, जो कि हमारे हाथ में ही है। अगर आप किसी डेंगू प्रभावित इलाके में गए हैं या फिर आपके शहर में अचानक डेंगू फैलने लगा है तो डेंगू से बचाव के उपाय करना काफी ज़रूरी हो जाता है।
खुद को और अपने परिवारजनों को मच्छर से बचाना डेंगू से बचने का सबसे प्रभावी उपाय साबित होता है। आपको अगले कदम लेने होंगे जिससे यह सुनिश्चित हो जाए कि डेंगू अब नहीं फैलेगा।
मच्छर के प्रजनन के स्थानों को खत्म करना (Destroy the mosquito habitats) – यह डेंगू से बचने का सबसे पहला और प्रभावी तरीका साबित होता है। डेंगू के मच्छर मनुष्य के घरों के आसपास ही पाए जाते हैं और ये जमे हुए पानी में पलते बढ़ते हैं। अतः इस बात को सुनिश्चित करें कि आपके घर में या आसपास जमे पानी का कोई स्त्रोत ना हो।
मॉस्क्विटो रेपेलेंट्स का प्रयोग करें (Use mosquito repellents) – मॉस्क्विटो रेपेलेंट्स कई प्रकारों में उपलब्ध होते हैं। ये तरल और क्रीम (cream) के स्वरूप में भी पाए जाते हैं। इनका सही प्रकार से प्रयोग करने पर आपको डेंगू के मच्छरों से काफी प्रभावी रूप से छुटकारा मिलता है।
अपने घर के आसपास साफ सफाई रखें (Maintain cleanliness in and around your house) – मच्छर दिन में अंधेरे और नम स्थानों में रहना पसंद करते हैं। अतः इस बात को सुनिश्चित करें आपके घर और आस पास के इलाकों की अच्छे से साफ सफाई की जा रही हो और इन जगहों पर रोज़ाना मॉस्क्विटो रेपेलेंट्स छिड़के जा रहे हों।
दरवाज़े और खिड़कियों पर जाले लगाएं (Use nets on the doors and windows) – यह डेंगू के मच्छरों का आपके घर में घुसकर लोगों को प्रभावित करने से बचाने का काफी प्रभावी तरीका साबित होता है। दरवाज़ों और खिड़कियों को जालों से अच्छी तरह ढक देने से मच्छर आपके घर में घुस नहीं पाते और इससे आपको काफी अच्छी सुरक्षा प्राप्त होती है।
शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें (Wear covered clothes) – शरीर में कपड़ों की एक परत ज़्यादा रहने से आपको मच्छरों से काफी ज़्यादा सुरक्षा प्राप्त होती है। अतः ऐसे कपड़ों का चुनाव करें जिनमें आपके शरीर के ज़्यादातर अंग अच्छे से ढके रहें।
रात में मच्छरदानी का प्रयोग करें (Use mosquito net at night) – मच्छरों के काटने का सबसे महत्वपूर्ण समय रात में होता है जब आप सो रहे होते हैं। अतः रात में सोते समय बिस्तर पर मच्छरदानी लगाकर सोएं। अगर आप मच्छरदानी नहीं लगाना चाहते हैं तो ऐसे एयर कंडीशनर्स (air-conditioners) का प्रयोग कर सकते हैं, जिनमें मॉस्क्विटो रिपेलेंट तकनीक होती है।
अगर आपके परिवार के लोगों में से कोई भी अचानक बीमार पड़ जाता है और इसके लक्षण सर्दी खांसी के लगते हैं तो किसी डॉक्टर से तुरंत जांच करवाएं और उस व्यक्ति को तुरंत ही नियमित रूप से मच्छरदानी के नीचे रखना शुरू कर दें। इससे मच्छर उस व्यक्ति को काट नहीं पाएगा और अन्य किसी को भी संक्रमित नहीं कर पाएगा।

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